PUBG Mobile India : BGMI में बढ़ते Hackers | Krafton Official क्यों नहीं ले रहा Strict Action.
Krafton Officials BGMI में बढ़ते Hackers की संख्या को बैन करने में नाकामयाब क्यों ?
भारतीय गवर्नमेंट द्वारा जब 2 सितंबर 2020 को PUBG Mobile India को बैन कर दिया गया था | तब उसके बाद Krafton Officials ने यह अनाउंस किया था कि वह बहुत जल्द ही इंडिया के लिए एक नया बैटलग्राउंड गेम लेकर आएंगे| और 2 जुलाई 2021 को उन्होंने PUBG गेम में कुछ चेंज कर और उसका नाम बदलकर BGMI ( Battleground mobile India) रखकर उसे लॉन्च कर दिया | लेकिन जिस दिन से Krafton Officials ने यह गेम इंडिया में लॉन्च किया है तब से इस गेम के अंदर Hackers की संख्या दिन दोगुनी और रात चौगुनी बढ़ रही है।
Hackers की इस बढ़ती संख्या से Players काफी परेशान है| क्योंकि BGMI के अंदर हर मैच के अंदर लगभग 4 से 5 हैकर मिल जाते हैं या फिर किसी किसी मैच में तो 10 हैकर भी मिल जाते हैं | इससे जो बंदा बिना Hacking के गेम खेलना चाहता है वह ना तो अच्छे से खेल पा रहा है और ना ही प्रैक्टिस कर पा रहा हैं| Krafton Officials ने जब इस गेम को लांच किया था तब काफी बड़े-बड़े वादे किए थे । उन्होंने 1 healthy gaming environment की बात की थी। लेकिन जिस हिसाब से 10 की संख्या बढ़ती जा रही है उससे रियल प्लेयर का खेलना दुश्वार हो रहा है|
PUBG Mobile v/s BGMI
Krafton Officials द्वारा BGMI या PUBG Mobile India के अंदर जो टॉप 100 प्लेयर्स है उनकी सूची डाली जाती है। और इसमें आश्चर्य की बात यह है कि उस सूची में आपको 100 में से 70 या 70 प्लस प्लेयर सिर्फ हैकर्स मिलेंगे। और इन सब के बावजूद Krafton Officials इन हैकर्स को बैन करने में नाकामयाब रहा है। प्लेयर्स बड़ी ही आसानी से गेम के अंदर चीट लगाते हैं और फिर गेम को खेलते हैं। इससे वह किसी भी ऐसे प्लेयर को जिसने hack नहीं लगा रखे हैं बड़ी आसानी से finish कर देते हैं और अपना या फिर अपनी टीममेट्स का रैंक पुश करवाते हैं। और आपको जानकर हैरानी होगी की कुछ चीटर्स तो अपने टीममेट्स का रैंक पुश करवाने के लिए पैसे भी लेते हैं। यानी कि कुछ लोगों ने हैकिंग को एक धंधा बना लिया है। और इसमें लोग भी काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और वह हैकर्स को पैसा देकर अपनी रैंक पुश करवाते हैं।
Krafton Officials क्यो रहे हैं नाकामयाब ?
Krafton Officials के द्वारा BGMI के अंदर यह ऑप्शन दिया गया है कि अगर आप किसी प्लेयर को चीट करते हुए पाते हैं तो उसको रिपोर्ट करें। लेकिन कुछ प्लेयर तो इस लेवल पर हैक्स लगाते हैं कि उनको रिपोर्ट ही नहीं किया जा सकता। और कुछ को जिनको रिपोर्ट किया जाता है रिपोर्ट करने के बावजूद भी वह लोग बैन नहीं होते। आप इस बात का अंदाजा इस चीज से भी लगा सकते हैं कि क्राफ्टअन ऑफिशियल द्वारा PUBG Mobile India के अंदर जो टॉप 100 लिस्ट है उसमें से टॉप 10 Hacker है। बावजूद उसके ऊपर कोई एक्शन नही लिया गया है उनकी आईडी बैन की गई है। अब आप सोचिए जब टॉप 100 में से ही हैकर्स बैन नहीं हो रहे हैं। तो जिन हैकर्स को हम बार-बार रिपोर्ट कर रहे है Krafton Officials उनका क्या ही उखाड़ लेंगे। मैच के अंदर जिस हिसाब से Hackers आते हैं प्लेयर्स उन्हें रिपोर्ट तक भी नहीं करते सिर्फ इसलिए क्योंकि अगर कोई एक या दो हैकर हो तो उसको रिपोर्ट किया भी जाए। लेकिन अगर एक मैच के अंदर 10-10 ,20-20 हैकर्स आए तो फिर उनको क्या ही रिपोर्ट करना। और इस मामले में Krafton Officials आराम से घोड़े बेच कर सो रहा है। ऑफिशियल से बार-बार स्टेटमेंट देते हैं कि हमने आईडी बैन की लेकिन उसका कोई भी असर दिख नहीं रहा है क्योंकि हैकर्स की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।
अब Krafton Officials से सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि BGMI के अंदर जो BGIS ( Battleground India Series) टूर्नामेंट करवाने वाले हैं क्या वह इसको हैकर्स फ्री टूर्नामेंट रख पाएंगे। क्योंकि इससे पहले भी जो ऑफिशल्स द्वारा इंडिया में टूर्नामेंट करवाए गए हैं। उनमें भी हैकर्स देखने को मिले हैं। लेकिन उस टाइम PUBG Mobile India में इतने ज्यादा हैकर्स नहीं होते थे जितने इस टाइम है। और अगर उस टाइम पर भी हैकर्स का इंवॉल्वमेंट हमें टूर्नामेंट के अंदर देखने को मिला है तो इस बार क्या हाल होगा। इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि टूर्नामेंट के अंदर जब हैकर्स की टीम जाती है और वह जीत जाती है तो ऑफिशियल उस टीम को हटाकर जो दूसरे नंबर की टीम है उसको सेलेक्ट कर लेते हैं। लेकिन इसमें उन प्लेयर और टीम के साथ न्याय कहां हो पाता है जिन्हें हैकर्स की टीम द्वारा शुरुआत में ही एलिमिनेट कर दिया जाता है। वही इस चीज की शिकायत काफी बार Krafton Officials से की जाती है लेकिन वह इसे हर बार इग्नोर कर देते हैं।